Monday, May 3, 2010

घाटा बढ़ा रहें हैं वीआईपी उड़न खटोले



अकसर अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीवीआईपी) को लाने ले जाने में बोइंग-747 विमानों के इस्तेमाल के कारण सरकारी एयरलाइनर नैसिल को भारी घाटा उठाना पड़ा है।

संसद की एक समिति ने अपने निष्कर्षों में यह खुलासा किया है। समिति ने कहा कि बी-747 विमानों का इस्तेमाल अकसर वीवीआईपी लोगों को लाने ले जाने में होता है। इन विमानों का बाजार मूल्य सैकड़ों करोड़ रुपए है।

परिवहन, संस्कृति एवं पर्यटन से संबद्ध सीताराम येचुरी की अध्यक्षता वाली समिति की हाल ही एक रिपोर्ट में कहा गया कि इन वीवीआईपी उड़ानों के लिए नैसिल को केवल परिचालन लागत के भुगतान की फिलहाल व्यवस्था है।

समिति ने सिफारिश की कि नैसिल को हुए कारोबार के नुकसान की भरपाई सरकार को करनी चाहिए। नैसिल को भी सरकार से पूरी लागत वसूलनी चाहिए।

एक अन्य तथ्य का खुलासा करते हुए समिति ने कहा कि उसके संज्ञान में यह बात लाई गई है कि इंडियन एयरलाइंस और एयर इंडिया को एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से विमान उतारने की अनुमति हासिल करने के लिए हवा में लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है जबकि निजी एयरलाइनरों और विदेशी एयरलाइनरों को विमान उतारने (लैंडिंग) के लिए इस तरह इंतजार नहीं करना पड़ता ।

समिति ने कहा कि इससे नैसिल की ईंधन लागत में भारी इजाफा हुआ है। समिति ने कहा कि पिछले साल ही नैसिल पर इस मद में 300 करोड़ रुपए से अधिक का बोझ आया। (source:भाषा)

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