Monday, October 8, 2012

चीन में एड्स का मुफ्त इलाज


 चीन में एचआईवी-एड्स का मुफ्त इलाज कराने के लिए आने वाले विदेशियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने चेतावनी दी है कि इस मुद्दे पर स्पष्ट नीतियों का अभाव स्थानीय आबादी के इलाज पर प्रतिकूल असर डाल सकता है। नैशनल सेंटर फॉर एड्स और सेक्शुअली ट्रांसमिटिड डिज़ीज़ कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के अनुसार, इस साल अगस्त तक चीन में 8,366 विदेशी एचआईवी-एड्स मरीजों का इलाज होने की खबर है। इनमें से एचआईवी-एड्स के 200 विदेशी मुफ्त एंटिवायरल थैरेपी ले रहे हैं।
चाइना डेली की खबर के अनुसार, नैशनल सेंटर फॉर एड्स के निदेशक वू जुनयू ने कहा कि बढ़ते अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान के कारण चीन में बड़ी संख्या में विदेशी मरीज आ रहे हैं और ठहरते हैं। उन्होंने कहा, लेकिन हमारे पास कोई स्पष्ट नीति नहीं है। चीनी नागरिकों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए, खास कर कम रकम के साथ।वू ने कहा कि एचआईवी-एड्स के ज्यादातर विदेशी मरीज युन्नान, गुआंगदोंग, शनदोंग और फुजियन प्रांत के साथ साथ पेइचिंग में भी रह रहे हैं। सेंटर के डेप्युटी डायरेक्टर झाओ यान ने कहा कि मुफ्त इलाज की सुविधा केवल चीनी नागरिकों के लिए ही है और विदेशियों को अपवाद मामलों में यह सुविधा दी जाती है।

सोना कितना सोना है


सोना कितना सोना है-यह बात सोने पर सौ टके लागू हो रही है. मौजूदा समय से अगस्त 2015 तक के समय का आकलन करें तो यह अगस्त 2001 से अब तक की तेजी का केवल 20 फीसदी का समय है। और उम्मीद है कि इस छोटी अवधि में सोना आसमान की नई ऊंचाईयों को छूएगा। उम्मीद है कि साल 2015 तक सोने की कीमतें 8000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएं। जिसका मतलब यह हुआ कि अगले 3 साल में सोना मौजूदा कीमत से 5 गुना ज्यादा कीमत पर होगा। साल 2015 तक सोना हो सकता है ऊपर जाए या नहीं भी जाए। लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि आने वाले समय में सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड्स को जरूर हासिल करेंगी। हालांकि यह केवल इस लिए नहीं कहा जा सकता है कि मौजूदा समय में सोने की कीमतों में बढ़त का रुख देखा जा रहा है, बल्कि ऐसा तब ही मुमकिन हो पाएगा जब खरीदारी और बिकवाली दोनों का संतुलन बराबर हो। तब की सोने में साल 2015 तक जोरदार तेजी का  अनुमान लगाया जा सकता है। हालांकि मौजूदा परिस्थितियों में इसके पूरे प्रमाण के हैं कि छोटी अवधि में सोना बड़ी ऊंचाईयों को हासिल करेगा।(साभार:इन डाट काम)

Monday, September 12, 2011

पुरुष बना देता है महिला को मोटी

अगर आप यह सोचते हैं कि आपकी हॉट फिगर वाली गर्लफ्रेंड कभी मोटी नहीं होगी तो आप गलत हैं क्‍योंकि शोधकर्ताओं ने शोध में पाया है कि आपकी गर्लफ्रेंड शादी के पहले भले स्लिम ट्रिम हो लेकिन शादी के बाद इसकी गारंटी नहीं है। ओहियो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर व शोध दल के सदस्य जेनकेओ क्वेन का कहना है कि विवाहित महिलाओं की घरों में बड़ी भूमिका होती है, वे पुरुषों की तुलना में ज्यादा व्यस्त रहती हैं और व्यायाम के लिए कम समय निकाल पाती हैं और अविवाहित महिलाओं की तुलना में शारीरिक रूप से कम चुस्त होती हैं।
वहीं शादी से पहले लड़कियां अपने शरीर तथा खान पान पर ज्‍यादा ध्‍यान देती हैं। तीस पार की उम्र वाले लोगों में विवाह या तलाक के बाद वजन बढ़ने की सम्भावना ज्यादा होती है। अध्ययनकर्ता दमित्री ट्यूमिन कहते हैं कि पुरुषों में तलाक के बाद और महिलाओं में शादी के बाद वजन बढ़ता है, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर पुरुषों को विवाह से स्वास्थ्य सम्बंधी फायदे होते हैं लेकिन एक बार तलाक होने के बाद यह सब कुछ बेकार हो जाता है। तलाक के बाद उनका वजन बढ़ सकता है।(भास्कर डाट कॉम)